IMF ने भारत के कोविड महामारी रोकथाम के प्रयासों की सराहना की
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने हाल ही में, कोविड महामारी की रोकथाम में भारत सरकार के तेज और प्रभावी प्रयासों की सराहना की है। IMF ने कहा कि भारत सरकार ने संवेदनशील समूहों के लिए विशेष प्रयास, मौद्रिक नीति की सहूलियत और नकदी उपलब्ध कराने का प्रावधान, समायोजित वित्तीय व्यवस्था और नियामक नीतियां तथा लगातार सुधार के प्रयास किये हैं।
मुद्राकोष ने कहा कि महामारी के बावजूद भारत ने श्रम सुधारों और निजीकरण योजनाओं सहित बुनियादी ढांचागत सुधार जारी रखे। मुद्राकोष ने यह भी कहा कि भारत महामारी से पहले के दशक में विश्व की सबसे तेज गति से विकसित हो रही अर्थव्यवस्थाओं में शामिल रहा है और उसने लाखों लोगों को गरीबी से निजात दिलाई है।
हालांकि इस रिपोर्ट में इस बात को लेकर आगाह किया गया है कि कोरोना महामारी से जुड़ी अनिश्चितताओं से आर्थिक परिदृश्य अभी अनिश्चित है। इस रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना के कारण निवेश पर असर पड़ा है, लेकिन इसक निगेटिव इफेक्ट को कम करने के लिए इकोनॉमी की ग्रोथ पर असर पड़ा है। वहीं ये भी कहा गया है कि कोरोना से निपटने और अर्थव्यवस्था को रफ्तार लेने को लिए को भी त्वरित कदम उठाए गए वो संतोषजनक रहा।
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की स्थापना वर्ष 1944 में ब्रेटन वुड्स सम्मेलन में की गई थी। हालाँकि, यह औपचारिक रूप से 1945 में अस्तित्व में आया। इसका मुख्यालय वाशिंगटन, में है।
वर्तमान में, IMF के 190 सदस्य देश हैं। IMF का मुख्य उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को सुविधाजनक बनाना, अंतर्राष्ट्रीय मौद्रिक सहयोग को बढ़ावा देना, स्थायी आर्थिक विकास को बढ़ावा देना, सदस्यों को भुगतान कठिनाइयों का संतुलन अनुभव करने वाले संसाधन उपलब्ध कराना, वैश्विक स्तर पर गरीबी को कम करना, अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संकटों से उबरने से रोकना और सहायता करना है।
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